लेखनी कविता - नीली आंखों वाली
नीली आंखों वाली
समंदर सी गहराई लिए,
कुछ ऐसे, मेरे मन में उतर आई है
वो नीली आंखों वाली परी,
अब,
मेरे दिल में समाई है,
जिसके होठों की कली,
हसीं मुस्कुराहट से उभर आई है,
अनूठी सौंदर्य की प्रतिमा,
ज्यों जीवित हो आई है,
मेरे प्रेम की पराकाष्ठा,
उसके यौवन की परछाई है,
व्यक्त करने को शब्द नहीं,
उस ईश्वर ने, क्या अद्भुत छवि बनाई है।।
प्रियंका वर्मा
16/12/24
Anjali korde
23-Jan-2025 06:01 AM
👌👌👌
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RISHITA
20-Jan-2025 05:36 AM
👌👌👌
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madhura
07-Jan-2025 04:41 PM
v nice
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